Hindi Vyakaran (हिंदी व्याकरण) सम्पूर्ण जानकारी

Hindi Vyakaran: Hindi Grammar हिंदी भाषा को शुद्ध रूप से सीखने के लिए हिंदी व्याकरण का ज्ञान होना बहुत जरूरी है । इस ब्लॉग में हम आपको हिंदी व्याकरण का सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है और हर topic को details में cover करने वाले है

Hindi Vyakaran (हिंदी व्याकरण) सम्पूर्ण जानकारी

वर्णमाला (Varanmala)

वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते है हिंदी वर्णमाला में 52 अक्षर होते है , हिंदी भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण है हिंदी वर्णमाला मे हम स्वर , व्यंजन, अक्षर के बारे में स्टडी करते है

संज्ञा (Sangya)

जो किसी व्यक्ति, स्थान , जाति, गुण , भाव, आदि के नाम का बोध कराए उसे ही संज्ञा कहते है , जैसे दिल्ली -किसी स्थान का नाम ,मोहन – किसी व्यक्ति का नाम ।

संज्ञा के 5 प्रकार होते है।

  • भाववाचक संज्ञा
  • जातिवाचक संज्ञा
  • व्यक्तिवाचक संज्ञा
  • समूह वाचक संज्ञा
  • द्रव वाचक संज्ञा

सर्वनाम(Sarvnaam)

जिन शब्दो का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाए उससे सर्वनाम कहते है , किसी व्यक्ति , स्थान , आदि के नाम के स्थान पर जो शब्द उपयोग करते है उससे सर्वनाम कहते है ।

सर्वनाम के 6 भेद होते है

  • पुरुषवाचक सर्वनाम
  • संकेतवाचक सर्वनाम
  • अनिश्चय वाचक सर्वनाम
  • संबंध वाचक सर्वनाम
  • प्रश्न वाचक सर्वनाम
  • निज वाचक सर्वनाम

क्रिया (Kriya)

जो शब्द किसी काम के करने या होने का बोध कराते है उसे ही क्रिया कहते है , जिस शब्द में किसी काम का करना या होना पाया जाए उसे क्रिया कहते है ।

क्रिया दो प्रकार की होती है ।

  • अकर्मक क्रिया
  • सकर्मक क्रिया

क्रिया विशेषण(Kriya Visheshan)

जो शब्द क्रिया की विशेषता को प्रकट करे उसे ही क्रिया विशेषण कहते है

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के 4 भेद होते है

  • स्थानवाचक क्रियाविशेषण
  • कालवाचक
  • परिमाण वाचक
  • रीति वाचक क्रिया विशेषण

लिंग(Ling)

शब्द का वह रूप जिससे व्यक्ति की जाती का पता चले , जैसे वह पुरुष जाति है या स्त्री। लिंग के मुख्यत तीन प्रकार होते है।

  • पुल्लिंग
  • स्त्रीलिंग
  • नपुस्कलिंग

वचन(Vachan)

जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु की संख्या का बोध कराए उसे वचन कहते है , जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु की संख्या बताए जैसे लड़की दौड़ती है ,लड़किया दौड़ती है

वचन दो प्रकार के होते है

  • एकवाचन
  • बहुवचन

कारक(Karak)

जो चिन्ह या परसर्ग संज्ञा या सर्वनाम को क्रिया के साथ जोड़ते है उसे ही कारक कहते है । कारक 8 प्रकार के होते है।

  • कर्ता
  • कर्म
  • करण
  • संप्रदान
  • अपादान
  • संबंध
  • अधिकरण
  • संबोधन

उपसर्ग(Upsarg)

जो शब्द के आगे लगकर उसका अर्थ या विशेषता बदल दे उसे उपसर्ग कहते है जैसे , अति – अतिरिक्त

संधि(Sandhi)

दो शब्दो परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है उसे हम संधि कहते है , दो शब्दो को जोड़कर जब तीसरा शब्द बनता है तो उसे संधि कहते है । संधि तीन प्रकार की होती है ।

  • स्वर संधि
  • व्यंजन संधि
  • विसर्ग संधि

समास(Smash)

दो या दो से अधिक शब्दो को मिलाकर कोई नया सार्थक शब्द बनाया जाता है उसे ही समास कहते है समास 6 प्रकार के होते है

  • अव्यिभाव
  • दिव्गु
  • द्वंद
  • कर्मधारय
  • अव्यिभाव
  • बहुवृही

प्रत्यय(Partay)

जो शब्द के पीछे लगकर उसका अर्थ या विशेषता बदल दे उसे प्रत्यय कहते है जैसे पढ़ाई – पढ़+आई

मुहावरे(Muhavre)

जब कोई वाक्य अपना सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ में बदल जाता है उसे मुहावरा कहते है जैसे ईद का चांद होना का मतलब है कई दिनों बाद मिलना ।

अलंकार(Alankaar)

जो किसी वस्तु को अलंकृत की उसे अलंकार कहते है अलंकार के तीन भेद होते है

  • अर्थालंकर
  • शब्दालंकर
  • उभयाअलंकार

रस(Rash)

किसी कविता की पंक्ति को पढ़कर मन में भाव उत्पन होते है इन्ही मन के भावों को रस कहते है हिंदी भाषा में 11 प्रकार के रस पाए जाते है ।

पर्यायवाची शब्द(Paryayvachi Shabad)

ऐसे शब्द जिनका अर्थ अर्थ समान हो उन्हें ही पर्यायवाची शब्द या समान आर्थक शब्द कहते है जैसे अग्नि का पर्यायवाची शब्द आग ,दामिनी , पावक होते है।

विलोम शब्द(Vilom Shabad)

ऐसे शब्द जिनका अर्थ उल्टा निकलता हो उन्हें विलोम(Antonyms)शब्द कहते है इनको विपरीत आर्थक शब्द भी बोलते है जैसे हार का विलोम शब्द जीत होता है

काल(Kaal)

जो क्रिया समय का बोध कराए उसे ही काल कहते है , क्रिया के जिस रूप से समय को बोध होता हो उससे ही काल कहते है । हिंदी व्याकरण में काल मुख्यत तीन प्रकार के होते है

काल के भेद (kaal ke bhed)

Hindi Grammar (हिंदी व्याकरण)में काल के तीन भेद होते है

  • वर्तमान काल
  • भूतकाल
  • भविष्य काल

वाच्य(Vachay)

जो क्रिया कर्ता,कर्म ,और भाव का बोध कराए उसे ही वाच्य कहते है जिस कथन में कर्ता , कर्म या भाव की प्रधानता हो उसे ही वाच्य कहते है । यह तीन प्रकार के होते है कर्ता वाच्य, कर्म वाच्य, भाव वाच्य ।

वाक्य(Vakya)

दो या दो से अधिक शब्दो को जोड़कर वाक्य बनते है , और जिन वाक्यों का कोई अर्थ निकलता हो उन्हें सार्थक वाक्य कहते है ।

अनेक शब्दो के एक शब्द(Anek Shabdo Ke Ek Shabad)

जैसा इसके नाम से समझ रहे है की अनेक शब्दो की जगह पर हम किसी एक शब्द का प्रयोग करते है , उन सभी शब्दो का भाव उस एक शब्द में होता है

FAQ :

समास किसे कहते है ?

दो या दो से अधिक शब्दो को मिलाकर कोई नया सार्थक शब्द बनाया जाता है उसे ही समास कहते है

अलंकार किसे कहते है?

जो किसी वस्तु को अलंकृत की उसे अलंकार कहते है

संज्ञा किसे कहते है?

जो किसी व्यक्ति, स्थान , जाति, गुण , भाव, आदि के नाम का बोध कराए उसे ही संज्ञा कहते है , जैसे दिल्ली -किसी स्थान का नाम ,मोहन – किसी व्यक्ति का नाम ।

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